गोडया पाण्यातील निवडक तलाव सघन मत्स्यसंवर्धनाखाली आणणे, मच्छिमारांना प्रशिक्षित करून मत्स्योत्पादन वाढविणे व मत्स्यसंवर्धनाच्या बाबींवर अर्थसहाय उपलब्ध करून देणे तसेच मत्स्योत्पादन ते मत्स्यविक्री यांत समन्वय साधणे या उद्देशाने प्रत्येक जिल्ह्यामध्ये मत्स्यसंवर्धक विकास यंत्रणांचीस्थापना कण्यात आलेली आहे.
या यंत्रणांचे अध्यक्ष संबंधित जिल्ह्याचे जिल्हाधिकारी व सदस्य सचिव संबंधित जिल्ह्याचे सहाय्यक आयुक्त मत्स्यव्यवसाय हे असतात.
मत्स्यसंवर्धन विकास यंत्रणेमार्फत राबविण्यात येणा-या योजना.
बाब | दर | परिमाण | मर्यादा | अभिप्राय |
---|---|---|---|---|
तलाव बांधकाम(भुजल) | ६०,०००/- | हेक्टर | ५ | – |
तलाव बांधकाम(भुजल) | ७५,०००/- | हेक्टर | ५ | अनुसूचित जाती व अनुसूचित जमातीस |
तलाव बांधकाम(भुजल) | ८०,०००/- | हेक्टर | ५ | डोगराळ क्षेत्रासाठी |
तलाव बांधकाम(भुजल) | १,००,०००/- | हेक्टर | ५ | डोगराळ क्षेत्रातील अनुसूचित जाती व जमातीस |
तलावाचे नुतनिकरण | १५,०००/- | हेक्टर | ५ | – |
तलावाचे नुतनिकरण | १८,०००/- | हेक्टर | ५ | अनुसूचित जाती व अनुसूचित जमातीस |
प्रथम वर्षासाठी निविष्ठा | १०,०००/- | हेक्टर | ५ | – |
प्रथम वर्षासाठी निविष्ठा | १२,५००/- | हेक्टर | ५ | अनुसूचित जाती व अनुसूचित जमातीस |
गोड्या पाण्यातील मत्स्यबीज उबवणी केंद्र | १,२०,०००/- | संख्या | १ | १० दशलक्ष मत्सबीज प्रतिवर्ष क्षमतेच्या उबवणी केंद्रासाठी |
गोड्या पाण्यातील मत्स्यबीज उबवणी केंद्र | १,६०,०००/- | संख्या | १ | अनुसूचित जाती व अनुसूचित जमातीस |
मत्स्यखाद्य प्रकल्प | १,५०,०००/- | संख्या | १ | – |
गोड्या पाण्यातील लहान कोळंबी बीज उबवणी केंद्र | २,४०,०००/ | संख्या | १ | ५ ते १० दशलक्ष कोळंबी बीज प्रतिवर्ष क्षमतेच्या उबवणी केंद्रासाठी |
शोभिवंत माशांसाठी उबवणी केंद्रासह एकात्मिक प्रकल्प उभारणी | १,५०,०००/- | संख्या | १ | – |